छोटा परन्तु सुंदर जीवन !!
छोटा परन्तु सुंदर !
यह जीवन के प्रति एक दृष्टि किंवा एक अवधारणा है ( attitude towards life ).
इसे इस तरह से देखें -
यथा लाभ संतोष, किसी से कुछ भी न चाहना, अपने निहित कर्मों का सदैव सर्वदा मनोयोग से निर्वहन , इश्वर में आस्था, सत्य, अहिंसा का पालन, चोरी और संग्रह से बचना, अपनी आवश्यकता से अधिक संपत्ति को लोक कल्याण में लगाना, सदाचार से संतति-विकास , मन बचन कर्म से किसी को सताना नहीं, शोषण न करना, परहित में निरंतर निरत रहना, किसी द्वारा कठिन बचन ब्यवहार करने पर दुखी (हर्ट ) न होना, शरीर श्रम, सभी धर्मों को अपने धर्म जैसा ही आदर देना, सबको आदर प्रेम देना, बड़ों के प्रति विनय, छोटों को स्नेह, पर्यावरण को प्रदूषित न करना, प्रभु या प्रकृति से जो अपने को मिला हो यथा-बुद्धि, योग्यता, संपत्ति, क्षमता, ऐश्वर्य; उसका पूरा उपभोग करना, उनको बढाते रहना और आधिक्य से उन सभी में बांटना जिनमे उक्त की कमी है.
सुख- दुःख, लाभ-अलाभ, जय-अजय में एक रस रहना, सभी कर्मों, कार्यों को प्रभु की प्रार्थना ही समझाना , कर्तापॅन का अभाव, सदा प्रसन्न ; यही है , सुंदर छोटा सा जीवन.
ललित और लघु ( स्माल एंड ब्यूटीफुल ).
-डॉ. पाठक की कलम से .
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